Republic Day of India
Republic Day History:
इतिहास में 26 जनवरी का दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि आज ही हमारे भारत देश में संविधान को लागू किया गया था।
→ इस बार 2022 में हमारा भारत देश 73वां गणतंत्र दिवस मनाया है।
→ 308 सदस्यों के योगदान से बना था, हमारा संविधान।
→ इस दिन राष्ट्रपति जी ने पहली बार ली थी सेना की सलामी।
हमारा भारत देश प्रतिवर्ष 26 जनवरी (26 January) को पूरे जोश के साथ गणतंत्र दिवस मनाया है। अब वर्ष (2023) में देश अपना 74वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनायेगा। इस बेहद खास मौके पर हर साल India Gate से लेकर राष्ट्रपति भवन तक राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन भी होता है। इस परेड में भारतीय सेना, वायु सेना, नौ सेना, थल सेना आदि की विभिन्न रेजिमेंट भाग लेती हैं।
हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुछ खास कार्यक्रम होंगे। राजधानी दिल्ली के राजपथ पर होने वाला परेड (Republic Day Parade) गणतंत्र दिवस का मुख्य आयोजन होता है।
26 जनवरी को ही लागू किया था गया भारतीय संविधान:
26 जनवरी 1950 को इस दिन संविधान लागू किया गया था, जिसके कई कारण थे।
देश स्वतंत्र होने के बाद 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान अपनाया था। 26 जनवरी 1950 को संविधान को लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। इस दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया।
सन् 1929 को पंडित जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में इंडियन नेशनल कांग्रेस द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें आम सहमति से इस बात का ऐलान किया गया कि अंग्रेजी सरकार, भारत को 26 जनवरी 1930 तक डोमिनियन स्टेटस का दर्जा दे दे। इस दिन पहली बार भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा था।
26 जनवरी 1930 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। 20 साल बाद उसी दिन संविधान लागू कर दिया गया।
26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज घोषित करने की तारीख को महत्व देने के लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित कर दिया गया।
308 सदस्यों की टीम ने बनाया था भारतीय संविधान:
देश में आज जिस संविधान के अनुसार कार्य किया जा रहा है, उस संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. भारत रत्न बाबा साहेब थे, जिन्हें भारतीय संविधान के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। कठीन प्रयासों के बाद कमेटी के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 हाथ से लिखे कानून की दो कॉपियों पर हस्ताक्षर किए, जिसके दो दिनों बाद 26 जनवरी को यह भारतीय संविधान देश में लागू कर दिया गया।
बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर को संविधान का निर्माता कहा जाता है लेकिन बाबा साहब के अलावा देश के संविधान के निर्माण में 307 लोगों का हाथ था, और बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान की मूल प्रति हाथ से बने कागज पर हाथों से लिखी है, जिसे प्रेम बिहारी रायजादा ने होल्डर और निब के द्वारा अपने हाथों से लिखा, जिसे संसद भवन के पुस्तकालय में नाइट्रोजन गैस चैंबर में रखा गया है, ताकि संविधान के मूल प्रति को संरक्षित रखा जा सके।
संविधान के लागू होने के बाद पहले से चले आ रहे अंग्रेजों के कानून Government of India Act (1935) को भारतीय संविधान के जरिये भारतीय शासन दस्तावेज के रूप में बदल दिया गया। इसलिए हर साल भारतवासी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।
सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत गणतंत्र राष्ट्र बना:
26 जनवरी 1950 के दिन सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बना।
उसके ठीक 6 मिनट बाद 10 बजकर 24 मिनट पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। इस दिन पहली बार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राष्ट्रपति के रूप में बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपति भवन से बाहर, पहली बार सेना की सलामी ली थी और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था।
गणतंत्र दिवस कार्यक्रम एक सप्ताह का होता है:
गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 24 जनवरी से राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चों के नाम का ऐलान करने के साथ शुरू होता है। लेकिन इस बार (2022 में) यह 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती से शुरू हो गया है।
25 जनवरी की शाम राष्ट्रपति देश के नाम संबोधन देते हैं।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
27 जनवरी को प्रधानमंत्री परेड में शामिल हुए NCC कैडेट के साथ मुलाकात करते हैं।
29 जनवरी को रायसीना हिल्स पर बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दौरान तीनों सेनाओं के बैंड शानदार धुन के साथ मार्च करते हैं। इसी के साथ गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम समाप्त होता है।
Happy Republic Day 2022 Shayari (𝓡𝓮𝓹𝓾𝓫𝓵𝓲𝓬 𝓓𝓪𝔂 𝔀𝓲𝓼𝓱𝓮𝓼):-
1.सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं उसके वो गुलसितां हमारा,
परबत वो सबसे ऊंचा हमसाया आसमां का, वह संतरी हमारा वो पासबां हमारा!
ℍ𝕒𝕡𝕡𝕪 ℝ𝕖𝕡𝕦𝕓𝕝𝕚𝕔 𝔻𝕒𝕪 𝟚𝟘𝟚𝟚
2. ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा, ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गंवाए, कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये…
𝐻𝒶𝓅𝓅𝓎 𝑅𝑒𝓅𝓊𝒷𝓁𝒾𝒸 𝒟𝒶𝓎 𝟤𝟢𝟤𝟤
3. दें सलामी इस तिरंगे को, जिससे हमारी शान है,
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका,, जब तक आप में जान है।
𝓗𝓪𝓹𝓹𝔂 𝓡𝓮𝓹𝓾𝓫𝓵𝓲𝓬 𝓓𝓪𝔂 2022
4. दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त,
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी।
Hαρρყ RҽρυႦʅιƈ Dαყ 2022
5. वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते हैं।
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं।।
𝘏𝘢𝘱𝘱𝘺 𝘙𝘦𝘱𝘶𝘣𝘭𝘪𝘤 𝘋𝘢𝘺 2022
6. ना पूछो जमाने से कि, क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है, कि हम सब हिंदुस्तानी हैं।
ᕼᗩᑭᑭY ᖇEᑭᑌᗷᒪIᑕ ᗪᗩY 2022
7. मेरे मुल्क की अपनी-अलग पहचान है, यहां कोई हिन्दू तो कोई मुसलमान है,
इसकी जितनी तारीफ करूं कम है, क्यूंकि यह हमारा हिन्दुस्तान है.।
🐎 🎀 𝐻𝒶𝓅𝓅𝓎 𝑅𝑒𝓅𝓊𝒷𝓁𝒾𝒸 𝒟𝒶𝓎 𝟤🍬𝟤𝟤 🎀 🐎
8. अभी तक मर के देखा बेवफा सनम के लिए,
दुपट्टा भी ना मिला कफ़न के लिए।
एक बार मरकर देखो वतन के लिए,
तिरंगा मिलेगा कफ़न के लिए।।
▁ ▂ ▄ ▅ ▆ ▇ ⒽA𝓅Ƥ𝔶 ℝeP𝐔β𝕃𝕀ᶜ ᗪΔ𝔂 ❷Ѳ❷➁ ▇ ▆ ▅ ▄ ▂ ▁
9. वीरों के बलिदानों की कहानी है ये,
मां के कुर्बान लालों की निशानी है ये।
यूं लड़-लड़ कर इसे तबाह ना करना,
देश को धर्म के नाम पर नीलाम ना करना।।
𝐇𝔸ᑭρч 𝐑ᵉρⓤ𝓫𝓁Ꭵ𝓬 Đ𝐀ʸ 2ʘ➁❷
10. देश भक्तों के बलिदान से, स्वतंत्र हुए हैं हम
कोई पूछे कौन हो, तो गर्व से कहेंगे, हिन्दुस्तानी हैं हम !
¤¸¸.•´¯`•¸¸.•..>> Ħค𝐩ρⓎ яέ𝐩ỮⓑĻί¢ Ďᗩ𝕪 2Ѳ22 <<..•.¸¸•´¯`•.¸¸¤
11. लहराएगा तिरंगा अब सारे आस्मां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर।
निकालेंगे तलवार और ले लेंगे उसकी जान,
कोई जो उठाएगा आंख हमारे हिंदुस्तान पर।।
ᕼ𝓪𝓹ℙЎ ŕ𝕖𝐏ยв𝓵𝐢𝒸 𝐝ᗩ𝔂 2Ѳ❷2
12. दें सलामी इस तिरंगे को, जिससे हमारी शान है,
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका, जब तक जिस्म में जान है।
𝓗𝓪𝓹𝓹𝔂 𝓡𝓮𝓹𝓾𝓫𝓵𝓲𝓬 𝓓𝓪𝔂 2022
13. फिर से खुद को जगाते हैं,
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं।
याद करें उन शूरवीरों की क़ुरबानी,
जिनके कारण हम गणतंत्र दिवस का आनंद उठाते हैं।।
Republic Day 2022
14. राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे,
हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे।
देश के लिए एक-दो तारीख नहीं,
भारत मां के लिए ही हर सांस रहे।।
Happy Republic Day 2022
15. मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।।
Happy Republic Day 2022
16. वतन हमारा ऐसा की कोई ना छोड़ पाए,
रिश्ता हमारा ऐसा की कोई ना तोड़ पाए।।
Happy Republic Day 2022
17. हमें जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा,
याद रखेंगे शहीदों को और बलिदान तुम्हारा।
▁ ▂ ▄ ▅ ▆ ▇ Happy Republic Day 2022 ▇ ▆ ▅ ▄ ▂ ▁
कब और किसने बनाया भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगे के तीनों रंगों का मतलब:-
विश्व में भारत की पहचान का एक प्रतीक तिरंगा झंडा है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से मिलकर बना है, इसलिए इसे तिरंगा कहा जाता है। इस तिरंगे के बीच में एक गोल चक्र होता है।
तिरंगे के हर रंग से लेकर चक्र और चक्र में मौजूद तीलियों की संख्या तक, सब कुछ देश के लिए प्रतीक की तरह है।
तिरंगा झंडा का निर्माण करने वाले व्यक्ति का नाम पिंगली वेंकैया है। सन् 1921 में पिंगली वेंकैया ने तिरंगा ध्वज को डिजाइन किया।
भारत के लिए एक बेहतर ध्वज का निर्माण करना इतना भी आसान नहीं था। पिंगली वेंकैया ने साल 1916 से 1921 तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया, जिसके बाद उन्होंने तिरंगे को डिजाइन किया।
उस समय के तिरंगे और आज के तिरंगे में थोड़ा फर्क हो गया है। तब तिरंगे में लाल, हरा और सफेद रंग हुआ करता था। वहीं चरखे के चिन्ह को इसमें जगह दी गई थी। लेकिन 1931 में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद लाल रंग को हटाकर उसकी जगह केसरिया रंग कर दिया गया।
पिंगली वेंकैया कौन थे ?
भारत का मान बढ़ाने वाले तथा तिरंगे झण्डे को डिजाइन करने वाले श्री पिंगली वेंकैया आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। वेंकैया आंध्र के मछलीपत्तनम के पास एक गांव में रहते थे।
19 साल की उम्र में वेंकैया ब्रिटिश आर्मी के सेना नायक बन गए। बाद में दक्षिण अफ्रीका में एंग्लो-बोअर युद्ध के दौरान पिंगली वेंकैया की मुलाकात महात्मा गांधी जी से हुई। इस मुलाकात के बाद उनमें बदलाव आया और वह स्वदेश वापस लौट आए। उन्होंने ब्रिटिशों की गुलामी के खिलाफ आवाज उठाते हुए स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा भी लिया। जब उन्होंने तिरंगे का निर्माण किया तो पिंगली वेंकैया की उम्र मात्र 45 साल ही थी।
कब तिरंगा झंडा बना राष्ट्रीय ध्वज:
तिंरगा झंडा को भारतीय ध्वज के तौर पर मान्यता मिलने में करीब 45 साल लग गए थे। चरखे के जगह अशोक चक्र को ध्वज में शामिल किया गया। 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान तिंरगा झंडा को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपना लिया गया। उसके बाद इसे स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के मौके पर फहराया जाता है।
तिरंगे के तीनों रंगों का मतलब:
तिरंगे में मौजूद तीन रंग हैं- केसरिया, सफेद और हरा। तीनों रंगों का अपना विशेष महत्व होता है।
केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है।
सफेद रंग शांति और सच्चाई को दर्शाता है।
हरा रंग संपन्नता का प्रतीक है।
तिरंगे में सफेद रंग पर नीले रंग में सम्राट अशोक के धर्म चक्र चिन्ह के तौर पर बना है। अशोक चक्र को कर्तव्य का पहिया कहा जाता है, जिसमें शामिल 24 तीलियां, जो मनुष्य के 24 गुणों को दर्शाती हैं।
आखिर अशोक चक्र का रंग नीला ही क्यों होता है ?
अशोक चक्र के रंग के बारे में बात की जाए, तो कहा गया है कि नीला रंग आकाश, महासागर और सार्वभौमिक सत्य को दर्शाता है। यही कारण है कि राष्ट्रीय ध्वज की सफेद पट्टी के बीच में नीले रंग का अशोक चक्र स्थित होता है।
भारतीय ध्वज संहिता 2002 में बताया गया है कि तिरंगे को तीन भागों में बांटा गया है, जिसमें पहले भाग में सामान्य जानकारी दी गई है। दूसरे भाग में झंडे को आम जनता प्राइवेट संस्था और स्कूल में किस तरह इस्तेमाल करना चाहिए, तीसरे भाग में सरकारों और उनसे जुड़ी एजेंसियों द्वारा किस तरह से झंडे का इस्तेमाल किया जाएगा।
!! जय हिन्द - जय भारत !!
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