Vishnu Sahasranam PDF in hindi | श्री विष्णु सहस्रनाम वर्णमाला क्रम में, अब पढना हुआ आसान
मैं यहाॅं पर बढ़े परिश्रम से सम्पूर्ण विष्णु सहस्रनाम को वर्णमाला के क्रम में प्रस्तुत कर रहा हूँ, जिसका कम समय में भी भक्तजन भगवान विष्णु की पूजा करन
श्री विष्णु सहस्रनाम क्या है ?
सनातन धर्म-ग्रन्थों में वर्णित सम्पूर्ण जगत के स्वामी, समस्त देवों के देव, संसार का निर्माण, पालन और संसार करने वाले, क्षर-अक्षर से श्रेष्ठ श्री भगवान पुरुषोत्तम के दिव्य एक हजार नामों को, जोकि सिद्ध होने पर सम्पूर्ण सिद्धियों को प्रदान करने वाला है, श्री विष्णु सहस्रनाम से जाना जाता है।
श्री विष्णु सहस्रनाम को किसने किनको बताया :-
श्री विष्णु सहस्रनाम को सर्वप्रथम भगवान श्री हरि ने श्री रुद्र को सुनाया था। तत्पश्चात द्वापर युग में पितामह भीष्म जी ने राजा युधिष्ठिर को सुनाया, और इनसे पहले अनेक ऋषि मुनियों ने अनेक लोगों को सुनाया था। कलियुग के आरम्भ में महर्षि वैशम्पायन जी ने राजा जनमेजय को सुनाये थे। यह महाभारत व गरूण पुराण में वर्णित है।
मैं यहाॅं पर बढ़े परिश्रम से सम्पूर्ण विष्णु सहस्रनाम को वर्णमाला के क्रम में प्रस्तुत कर रहा हूँ, जिसका कम समय में भी भक्तजन भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद पाठ कर सकते हैं और उसका फल बहुत अच्छा और पूरा मिलेगा। इसके द्वारा भक्त लोग यह भी जान सकेंगे कि विष्णु सहस्रनाम में कौन कौन से नाम आते हैं।
परन्तु ध्यान दें कि; विष्णु सहस्रनाम में कुछ नाम दो से तीन बार आये है लेकिन उनके अर्थ अलग अलग हैं। इसे सुनें:
श्री विष्णुसहस्रनाम - सम्पूर्ण
1. अव्यय
2. अक्षर
3. अनादिनिधन
4. अप्रमेय
5. अमरप्रभु
6. अग्राह्य
7. अनुत्तम
8. अह:
9. अज
10. अच्युत
11. अमेयात्मा
12. असम्मित
13. अमोघ
14. अमृत
15. अव्यंग
16. अनघ
17. अनीश
18. अमोघ
19. अतीन्द्र
20. अतीन्द्रिय
21. अनिर्देश्यवपु
22. अमेयात्मा
23. अनिरूद्ध
24. अमृत्यु
25. अशोक
26. अज
27. अनिमिष
28. अग्रणी
29. अह: संवर्तक
30. अनिल
31. असंख्येय
32. अप्रमेयात्मा
33. अमृतांशूभ्दव
34. अनल
35. अदृश्य
36. अनंतजित्
37. अविशिष्ट
38. अच्युत
39. अपांन्निधि
40. अधिष्ठानम्
41. अप्रमत्त
42. अनुकूल
43. अरविन्दाक्ष
44. अतुल
45. अनय
46. अधोक्षज
47. अर्थ
48. अनर्थ
49. अनिर्विण्ण
50. अभू
51. असत्
52. अक्षरम्
53. अविज्ञाता
54. अमृतप
55. अमितविक्रम
56. अम्भोनिधी
57. अनंतात्मा
58. अंतक
59. अज
60. अजित
61. अनिवर्ती
62. अविधेयात्मा
63. अनीश
64. अर्चिष्मान्
65. अर्चित
66. अनिरूद्ध
67. अप्रतिरथ
68. अमितविक्रम
69. अनिर्देश्यवपु
70. अन्नत
71. अनामय
72. अनल
73. अपराजित
74. अमूर्तिमान
75. अनेकमूर्ति
76. अव्यक्त
77. अचल
78. अमानी
79. अर्क
80. अक्षोभ्य
81. अनिल
82. अमृतास
83. अमृतवपु
84. अश्वत्थ
85. अमूर्ति
86. अनघ
87. अचिन्त्य
88. अणु
89. अधृत्
90. अपराजित
91. अनियम
92. अयम
93. अभिप्राय
94. अर्ह
95. अनन्त
96. अग्रज
97. अनिर्विण्ण
98. अद्भुत
99. अप्यय
100. अरौद्र
101. अक्रूर
102. अमिताशन
103. अनन्तरूप
104. अनन्तश्री
105. अनादि
106. अधाता
107. अन्नम
108. अन्नाद
109. अक्षोभ्य
110. आदित्य
111. आत्मवान्
112. आवर्तन
113. आदिदेव
114. आदिदेव
115. आनन्द
116. आनन्दी
117. आदित्य
118. आश्रम
119. आत्म्योनि
120. इष्ट
121. इज्य
122. इंद्रकर्मा
123. आधारनिलय
124. ईश्वर
125. ईशान
126. ईश्वर
127. उपेंद्र
128. उद्भव
129. उत्तर
130. उदीर्ण
131. उद्भव
132. उदुंबर
133. उत्तारण
134. उग्र
135. ऊर्जित
136. ऊर्जितशासन
137. ऊर्ध्वंग
138. ऋतु
139. ऋध्द
140. ऋध्द
141. एक
142. एकपात
143. एकात्मा
144. ओजस्तेजोद्युतिधर
145. औषधम्
146. केशव
147. क्रम
148. कृतज्ञ
149. कृति
150. कवि
151. कृताकृत
152. कामहा
153. कान्त
154. काम
155. कामप्रद
156. क्रोधहा
157. क्रोधकृतकर्ता
158. करणम्
159. कर्ता
160. कारणम्
161. काल
162. क्रतु
163. कृष्ण
164. कृतलक्षण
165. कपीन्द्र
166. कृतज्ञ
167. कृतांतकृत्
168. कनकांगदी
169. कृष्ण
170. कुमुद
171. कुम्भ
172. कुवालेशय
173. कालनेमिनिहा
174. केशव
175. केशिहा
176. कामदेव
177. कामपाल
178. कामी
179. कान्त
180. कृतागम
181. क:
182. किम्
183. कृतकर्मा
184. कृतागम
185. कुमुद
186. कुंदर
187. कुन्द
188. कृश
189. कथित
190. कपिल
191. कपि
192. कुण्डली
193. खण्डपरशु
194. गोविन्द
195. गोविंदांपति
196. गुरू
197. गुरूतम
198. ग्रामणी
199. गरुणध्वज
200. गहन
201. गुह
202. गभस्तिनेमि
203. गोपति
204. गोप्ता
205. गोविन्द
206. गुह्य
207. गंभीर
208. गहन
209. गुप्त
210. गंभीरात्मा
211. गतिसम्मत्
212. गोहित
213. गोपति
214. गोप्ता
215. गदाग्रज
216. गुणभूत
217. गदाधर
218. घृताशी
219. चक्री
220. चक्री
221. चतुरश्र
222. चाणूरांध्रनिषुदन
223. चतुमूर्ति
224. चतुर्बाहु
225. चतुर्व्यूह
226. चतुर्गति
227. चतुर आत्मा
228. चतुर्भाव
229. चतुर्वेदवित्
230. चंदनांगदी
231. चल
232. चक्रगदाधर
233. चन्द्राशुं
234. चतुरात्मा
235. चतुर्व्यूह
236. चतुर्दष्ट
237. चतुर्भुज
238. छिन्नसंशय
239. जनन
240. जन्मजन्मादि
241. जन्ममृत्युजरातिग
242. जीवन
243. जितमन्यु
244. ज्योति
245. जयंत
246. ज्योतिर्गणेश्वर
247. ज्योतिरादित्य
248. जय
249. जीव
250. जितामित्र
251. जितक्रोध
252. जनेश्वर
253. जगतसेतु
254. जाह्नू
255. जगदादिज
256. जेता
257. ज्येष्ठ
258. जनार्दन
259. त्रिककुब्धाम
260. तारण
261. तार
262. तुष्ट
263. त्रिविक्रम
264. त्रिपद
265. त्रिदसाध्यक्ष
266. त्रिसामा
267. त्रिलोकात्मा
268. त्रिलोकेश
269. तीर्थकर
270. तत्
271. तवष्टा
272. त्रिलोकधृक
273. तेजोवृष
274. तन्तुवर्धन
275. तत्ववित्त
276. तत्त्वम्
277. तार
278. दूराधर्ष
279. दमन
280. दुर्मर्षण
281. दुर्धर
282. दामोदर
283. देव
284. दक्ष
285. देवेश
286. देवभृदगुरु
287. दाशार्ह
288. दृढ़
289. दारूढ़
290. द्रविणप्रद
291. दिवस्पृक
292. दर्पहा
293. दर्पद
294. दृप्त
295. दुर्धर
296. दीप्तमूर्ति
297. दुर्जय
298. दुर्ग
299. दुर्गम
300. दुर्लभ
301. दुरतिक्रम
302. दुरारिहा
303. दुरावास
304. दण्ड
305. दमयिता
306. दम
307. दक्ष
308. दक्षिण
309. दुषकृतहा
310. दु:स्वपननाशन
311. दिश
312. देवकीनन्दन
313. धाता
314. धातुरूत्तम
315. धन्वी
316. धर्माध्यक्ष
317. धृतात्मा
318. धाम
319. धरणीधर
320. धुर्य
321. ध्रुव
322. धर्म
323. धर्मविदत्तम
324. धर्मयूप
325. धनेश्वर
326. धर्मगुप्
327. धर्मकृत्
328. धर्मी
329. धनंजय
330. धन्य
331. धराधर
332. द्युतिधर
333. धनुर्धर
334. धनुर्वेद
335. नारसिंहवपु
336. निधिरव्यय
337. नियम
338. निमिष
339. न्याय
340. निवृत्त आत्मा
341. नर
342. नारायण
343. नैकरूप
344. नैकमाय
345. नहुष
346. नेय
347. नय
348. नक्षत्रनेमि
349. नक्षत्री
350. नैकत्मा
351. नैककर्मकृत
352. नन्दन
353. नन्द
354. निर्वाण्
355. निष्ठा
356. निवृत्त आत्मा
357. नन्दी
358. नैक
359. निग्रह
360. नैकश्रृंग
361. निवृत्तात्मा
362. न्यग्रोध
363. निर्गुण
364. नियंता
365. नैकज
366. नंदकी
367. पुतात्मा
368. परमात्मा
369. पुरूष
370. प्रधानपुरुषेश्वर
371. पुरुषोत्तम
372. प्रभव
373. प्रभु
374. पुष्कराक्ष
375. पद्मनाभ:
376. प्रतर्दन
377. प्रभुत
378. पवित्रम्
379. परम
380. प्राणद
381. प्राण
382. प्रजापति
383. प्रजाभव
384. प्रत्यय
385. पुंडरीकाक्ष
386. पुनर्वसु
387. प्रांशु
388. पद्मनाभ:
389. प्रजापति
390. प्रसन्नात्मा
391. प्रकाशन
392. प्रकाशात्मा
393. प्रतापन
394. पवन
395. पावन
396. प्रभु
397. प्रथित
398. प्राण
399. प्राणद
400. प्रतिष्ठित
401. पुरन्दर
402. पद्मी
403. पद्मनिभेक्षण
404. पद्मनाभ:
405. पद्मगर्भ
406. परमेश्वर
407. परर्ध्दि
408. परम स्पष्ट
409. पुष्ट
410. पुरुष
411. प्राण
412. प्राणद
413. प्रणव
414. पृथु
415. परमेष्ठि
416. परिग्रह
417. प्रमाणम्
418. पुरातन
419. पुरुजित्
420. पुरुषसत्तम
421. प्रमोदन
422. पुष्कराक्ष
423. परायणम्
424. प्रद्युम्न
425. पूर्ण
426. पूरियता
427. पुण्य
428. पुण्यकीर्ति
429. पदमनुत्तमम्
430. प्रग्रह
431. पर्जन्य
432. पावन
433. प्राग्वंश
434. प्रियार्ह
435. प्रियकृत
436. प्रीतिवर्धन
437. पेशल
438. पुण्यश्रवणकीर्तन
439. पुण्य
440. पर्यव्यवस्थित
441. पुष्पहास
442. प्रजागर
443. प्राणद
444. प्रणव
445. पण
446. प्रमाणम्
447. प्राणनिलय
448. प्राणभूत्
449. प्राणजीवन
450. प्रपितामह
451. पापनाशन
452. बहुशिरा
453. बभ्रु
454. बृहदभानु
455. बृहद्रूप
456. बीजमाव्ययम्
457. ब्रह्मण्य
458. ब्रम्हकृत
459. ब्रह्मा
460. ब्रह्म
461. ब्रह्मविवर्धन
462. ब्रह्मवित्त
463. ब्राह्मण
464. ब्रह्मी
465. ब्रह्मज्ञ
466. ब्राह्मणप्रिय
467. बृहत्
468. भूतभव्यभवत्प्रभु
469. भूतकृत्
470. भूतभृत्
471. भाव
472. भूतात्मा
473. भूतभावन
474. भूतादि
475. भावन
476. भर्ता
477. भूगर्भ
478. भ्राजिष्णु
479. भोजन
480. भोक्ता
481. भुजगोत्तम
482. भास्करद्युति
483. भानु
484. भूतभव्यभवन्नाथ
485. भीम
486. भूतमहेश्वर
487. भोक्ता
488. भूरिदक्षिण
489. भगवान
490. भगहा
491. भेषजम्
492. भिषक
493. भूशय
494. भूषणम्
495. भूति
496. भूतावाश
497. भक्तवत्सल
498. भयकृत्
499. भयनाशन
500. भारभृत्
501. भोक्ता
502. भयापह
503. भूर्भुव:
504. भीम
505. भीमपराक्रम
506. भुर्भुवा: स्वस्तरु
507. मुक्तानामपरमागती
508. महास्वन
509. मनु
510. मंगलम्
511. माधव
512. मधुसूदन
513. मेधावी
514. महतपा
515. माधव
516. मधु
517. महामया
518. महोत्साह
519. महाबल
520. महाबुद्धि
521. महीवीर्य
522. महाशक्ति
523. महाद्युति
524. महाद्रिधृक्
525. महेष्वास
526. महीभर्ता
527. मरीचि
528. महेन्द्र
529. महोरग
530. मंत्र
531. महाशन
532. महीधर
533. महर्धि
534. महाक्ष:
535. मार्ग
536. महीधर
537. महाभाग
538. मार्ग
539. महाहृद्
540. महाकर्मा
541. मेधज
542. मान्य
543. मानद
544. माधव
545. महामूर्ति
546. मनोजव
547. महाहवि
548. महायज्ञ
549. महायज्वा
550. महाक्रतु
551. महातेजा
552. महाकर्मा
553. महाक्रम
554. महामना
555. महाकोश
556. महाभोग
557. महाधव
558. महामख
559. महेज्य
560. मनोहर
561. महादेव
562. मुकुंद
563. महोदधिशय:
564. महार्ह
565. महर्षि कपिलाचार्य
566. मेदिनीपति
567. महाश्रृंग
568. महावराह
569. महागर्त
570. महाभूत
571. महानिधि
572. महान
573. योग
574. योग विदां नेता
575. यम:
576. युगावर्त
577. यज्ञ
578. यदुश्रेष्ठ:
579. यत्
580. योगी
581. योगीश
582. यज्ञ
583. यज्ञपति
584. यज्वा
585. यज्ञांग
586. यज्ञवाहन
587. यज्ञभृत्
588. यज्ञी
589. यज्ञकृत्
590. यज्ञभुक्
591. यज्ञसाधन
592. यज्ञांतकृत्
593. यज्ञगुह्यम्
594. युगादिकृत
595. रत्नगर्भ
596. रुद्र
597. रोहित
598. राम
599. रणप्रिय
600. रत्ननाभ
601. रवि
602. रविलोचन
603. रक्षण
604. रुचिरांगद
605. रथांगपाणी
606. लोहिताक्ष
607. लोकाध्याक्ष
608. लक्ष्मीवान्
609. लोकत्रयाश्रय
610. लोकबंधु
611. लोकनाथ
612. लोकस्वामी
613. लोकसारंग
614. लोकाधिष्ठानम्
615. लक्ष्मी:
616. विनयितासाक्षी
617. विश्वम्
618. वेधा:
619. वरुण
620. वराङ्ग
621. विष्णु
622. वरूण
623. वृक्ष
624. वषट्कार
625. विश्वकर्मा
626. वनमाली
627. विक्रमी
628. वाचस्पतिरयोनिज:
629. विक्रम
630. विषभाक्ष:
631. विश्वरेता
632. वृषप्रिय
633. व्याल
634. विजितात्मा
635. वृषाकपि
636. विशोक
637. वसु
638. विशुद्धात्मा
639. वसुमना
640. विशोधन
641. वृषकर्मा
642. वीर
643. वृषाकृति
644. विष्णु
645. विश्वयोनि:
646. वीर
647. वरारोह
648. वसुरेता
649. विष्वक्सेन
650. विनय
651. वेद
652. विधाता
653. वत्सर
654. वेदवित्
655. वत्सल
656. व्यापी
657. वेदांग
658. वत्सी
659. विदारण
660. वेदवित्
661. विमुक्तात्मा
662. वीरबाहु
663. विजय
664. विश्वदक्षिण
665. विस्तार
666. विश्व योनि:
667. विश्राम
668. वसुप्रद
669. वामन
670. वैकुण्ठ
671. व्याप्त
672. वैद्य
673. वेद्य
674. वीरहा
675. वायु
676. विश्रुतात्मा:
677. वाचस्पतिरुदारधि
678. विश्वात्मा
679. वह्नि
680. विश्वध्रृक्
681. विश्वभुक्
682. विभु
683. विशिष्ट
684. वृषाही
685. वृषभ
686. विष्णु
687. वृषपर्वा
688. वृषोदर
689. वर्धन
690. वर्धमान
691. विविक्त
692. विधाता
693. वाग्मी
694. वासुद:
695. वरांग
696. वसु
697. व्यक्तरूप
698. वृष:
699. विश्वबाहु
700. वासवानुज
701.वरद:
702.वायुवाहन:
703.वासुदेव
704.वृद्धात्मा
705.विक्षर:
706.वेगवान
707.विकर्ता
708.व्यवसाय
709.व्यवस्थान
710.विराम
711.विरत
712.वसुमना
713.वीर
714.वसुप्रद
715.वासुदेव
716.वसु
717.वासुदेव
718.व्यादिश:
719.वैखान
720.विश्वमूर्ति
721.वीरहा
722.विषम
723.व्यग्र
724.वाजसन
725.वंशवर्धन
726.वायुवाहन
727.विहायसगति
728.विभु
729.विरोचन
730.विक्रमी
731.विद्वत्तम
732.वीतभय
733.वीरहा
734.विदिश
735.शर्व
736.शिव
737.शम्भू
738.शाश्वत
739.शरणम्
740.शर्म
741.शुचिश्रवा
742.शाश्वतस्थाणु
743.शुचि
744.शास्ता
745.शिष्टकृत्
746.शुचि
747.शिपिविष्ट
748.शशविंदु
749.शिष्टेष्ट
750.शिखण्डी
751.शूर:
752.शौरी
753.शतावर्त
754.शरीर भृत्
755.शरभ:
756.शुभेक्षण
757.शक्तिमंताश्रेष्ठ
758.शत्रुघ्न
759.शरीर भूतभृत्
760.शम
761.शान्त
762.शांति:
763.शुभाङ्ग
764.शांतिद:
765.शिव
766.शतानंद
767.शाश्वतस्थिर
768.शोकनाशन
769.शूरजनेश्वर
770.शौरी
771.शूरसेन
772.शतमूर्ति
773.शतानन
774.शून्य
775.शुभाङ्ग
776.शत्रुजित्
777.शत्रुतापन
778.शब्दातिग
779.शब्दसह
780.शिशिर
781.शार्वरीकर
782.शंखभृत
783.शार्ङ्गधन्वा
784.साक्षी
785.सर्व
786.स्थाणु
787.सम्भव
788.स्वयंभू
789.स्थविष्ठ
790.स्थविरोध्रुव
791.सुरेश
792.संवत्सर
793.सर्वदर्शन
794.सर्वेश्वर
795.सिद्ध
796.सिद्धि
797.सुघोष
798.सर्वादि
799.सूक्ष्म
800.सर्वयोगविनि: सृत:
801. सुमुख
802. सत्य
803. समात्मा
804. सुव्रत:
805. सम
806. सर्व दर्शी
807. सर्वज्ञ
808. सर्वग
809. सत्रम्
810. सतांगति
811. सर्वविद्भानु
812. समीहन
813. सुरध्याक्ष
814. स्थविष्ठ
815. सहिष्णु
816. स्थावरस्थाणु
817. संग्रह
818. सर्ग
819. संवत्सर
820. सदायोगी
821. सुरानंद
822. सुपर्ण
823. सुतपा
824. सर्वदृक्
825. संधाता
826. संधिमान्
827. स्थिर
828. सिंह
829. सुरारिहा
830. सत्य
831. सत्यपराक्रम
832. स्त्रग्नि
833. समीरण
834. सहस्रमुर्धा
835. सहस्त्राक्ष
836. सहस्त्रपात्
837. संवृत:
838. सम्प्रमर्दन
839. सुप्रसाद
840. सत्कर्ता
841. सत्कृत
842. साधु
843. सिद्धार्थ
844. सिद्धिद:
845. सिध्दसंकल्प
846. सिद्धिसाधन
847. सुभुज
848. स्पष्टाक्षर
849. सुरेश्वर
850. सत्यधर्मपराक्रम
851. सहस्रत्रजित्
852. स्कन्द
853. स्कन्दधर
854. समयज्ञ
855. सर्वलक्षणलक्षण्य
856. समीतिंजय
857. सह
858. संस्थान
859. स्थानद
860. सुदर्शन
861. सत्यधर्मपरायण
862. सत्य
863. सुरूचि
864. सूर्य
865. सविता
866. सुखद
867. सदामर्षी
868. सनात्
869. सप्तैधा
870. स्थूल
871. स्वधृत
872. स्वास्य
873. सर्वकामद
874. सुपर्ण
875. सर्वसह
876. सत्ववान्
877. सुखद
878. सुहृत
879. स्वापन
880. स्ववश
881. सत्
882. सहस्त्रांशु
883. सात्विक
884. सत्वस्थ
885. सिंह
886. सोमप
887. सोम
888. सत्यसंध
889. सात्वतांपति
890. स्वाभाव्य
891. सत्यधर्मा:
892. सुषेण
893. स्वांग
894. संकर्षणोच्युत
895. सहिष्णु
896. सुधन्वा
897. सर्वदिग्व्यास:
898. सामग
899. साम
900. सुवीर
901.सन्यासकृत्
902.स्रष्टा
903. संक्षेप्ता
904.स्वक्ष
905.स्वंग
906. सनातनतम
907. स्वास्तिद
908. स्वास्तिकृत
909. स्वास्ति
910. स्वास्तिभुक्
911. स्वास्तिदक्षिण
912. सन्त
913. सत्कीर्ति
914. सर्वतचक्षु
915. स्तव्य
916. स्तवप्रिय
917. स्तोत्रम्
918. स्तुति
919. स्तोता
920. सद्गति
921. सत्कृति
922. सत्ता
923. सद्भूति
924. सत्परायण
925. सन्निवास
926. सुयामुन:
927. सव:
928. सुवर्ण वर्ण
929. सुमेधा
930. सत्यमेधा
931. सर्वशस्त्रभृतांवर
932. समावर्त
933. सुतंतु
934. सुन्दर
935. सुंद
936. सुलोचन
937. सर्वविज्जयी
938. सुवर्णबिन्दु
939. सर्ववागीश्वरेश्वर
940. सर्वज्ञ
941. सर्वतोमुख
942. सुलभ
943. सुव्रत
944. सिंद्ध
945. सहस्त्रार्चि
946. सप्तजिह्व
947. सप्तवाहन
948. सतपथचारी
949. सविता
950. स्वयंजात
951.सामगायन
952. स्त्रष्टा
953.सर्व
954. सर्वप्रहरणायुध
955. श्रीमान्
956. श्रेष्ठ
957. श्री:
958. श्री निवास
959. श्री मान्
960. श्रुतिसागर
961. श्री गर्भ
962. श्री वत्सवक्ष
963. श्री वास
964. श्रीपति
965. श्री मतां वर
966. श्रीद:
967. श्री श:
968. श्री निवास
969. श्री निधि
970. श्रृंङ्गी
971. श्री विभावन
972. श्री धर:
973. श्री कर:
974. श्रेय
975. श्रीमान्
976. श्रमण:
977. हिरण्यर्भ
978. हंस
979. हिरण्यनाभ
980. हविर्हरि
981. हिरण्यगर्भ
982. हलायुध
983. हृषिकेश
984. हरि
985. हुतभुक्
986. हेतु
987. हवि
988. हेमांग
989. हुतभुक्
990. क्षेत्रज्ञ
991. क्षोभण
992. क्षम
993. क्षाम
994. क्षरम्
995. क्षेमकृत
996. क्षाम
997. क्षमिणांवर
998. क्षितिश
999. ज्ञानमुत्तमम्
1000. ज्ञानगम्यम्
श्री विष्णु सहस्रनाम का महत्व :-
श्री विष्णु सहस्रनाम का जो मनुष्य श्रद्धा पूर्वक पाठ करते हैं या श्रवण करते हैं, उनका इस लोक में और परलोक में कहीं भी अशुभ नहीं होता है। रोगी समस्त रोगों से मुक्ति पा लेता है और बंधन में पड़ा मनुष्य बंधनों से छूट जाता है।
वह मनुष्य इस लोक में उन्नति करता है और आत्मसुख, पुत्र सुख, क्षमा, लक्ष्मी, धैर्य, स्मृति, कीर्ति, यश और विद्या को प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है और अन्त में पाप रहित होकर मोक्ष को प्राप्त करता है।
श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ मनुष्य को नित्य अथवा एकादशी के दिन अथवा वर्ष में एक बार दीपावली के दिन अवश्य करना चाहिए।
Able People Encourage Us By Donating : सामर्थ्यवान व्यक्ति हमें दान देकर उत्साहित करें।
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